ज़िन्दगी नशा होती है...
JD होती है या Old Monk होती है...
नशा भी रंग होता है...
कभी आसमानी तो कभी Purple होता है ...
रंग तो असल मैं ख़याल होते है...
कभी annoyed तो कभी प्यारे होते है...
हम चाहे कितना भी घालिब पढ़ते हो...
असल मैं, घालिब हमारे ख़याल पढ़ते है....
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